Love
Monday, March 1, 2021
भट्टी की पूजा
शादी में जब खाना शुरू होता है तो सर्वप्रथम एक थाली में सूखा आटा, गुड़, दक्षिणा, रोली, मौली, पानी का लोटा ले कर भट्टी के पास जाते हैं। भट्टी पर पानी का छींटा दे कर रोली से सतिया बनाते हैं। कढ़ाई झारी पर मौली बाँधते हैं। जिसकी शादी हो उसके भी टीका करके मौली बाँधते हैं और भट्टी की धोंक लगवाते हैं। उसके बाद ही मिठाई बनती हैं। मिठाई जिस कमरे में रखते हैं उसे कोठार कहते हैं। एक थाली में 4 लड्डू, गुड़, पैसे और एक लोटा पानी भरकर रखते हैं। घी का दीपक जलाते हैं जो कि दिन-रात जलता रहता है जब तक शादी होती है। शादी का जो भी सामान बनता है उसमें से अछूता निकाला जाता है जो बाद में पंडित को दे देते हैं।
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